चक्की चलन आसन का नाम हिंदी से लिया गया है। चक्की शब्द का अर्थ है चक्की, चालन का अर्थ है मथना या चलाना, आसन का अर्थ है मुद्रा।
इसलिए, चक्की चलन आसन को मंथन मिल मुद्रा के रूप में जाना जाता है। यह मुद्रा हाथ से चलने वाले गेहूं की चक्की की मुद्रा की नकल करती है। इस ग्राइंडर का प्रयोग अधिकतर गांवों में किया जाता है। आपका शरीर ऐसा लगता है जैसे आप उस पहिये का मंथन कर रहे हैं।
चक्की चलानासन में पेट के अंगों को मजबूत करने, प्रजनन प्रणाली, पाचन तंत्र सहित कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। यह मुद्रा पीठ दर्द, मासिक धर्म में ऐंठन को रोकता है, पेट को कम करता है, आपके शरीर के रक्त परिसंचरण को बढ़ाता है। यह मुद्रा हालांकि बहुत फायदेमंद है लेकिन चोट या किसी भी प्रकार के दर्द के कुछ मामलों में इससे बचना चाहिए। व्यक्तियों को मुद्रा का अभ्यास करने से पहले अपने योग प्रशिक्षक या चिकित्सक से पुष्टि करनी चाहिए।
चक्की चलनासन मुद्रा आपके पेट, हैमस्ट्रिंग, कंधों और जांघों को फैलाएगी। चक्की चलानासन का अभ्यास करने से हमारे शरीर में लचीलापन बढ़ेगा। यह रीढ़, जांघों, हैमस्ट्रिंग, बछड़े और कंधे को मजबूत और लंबा करेगा। यह हमारी ऊर्जा को संतुलित करता है। इस प्रकार, इस मुद्रा में आध्यात्मिक लाभ शामिल हैं।