WhatsApp Now
Categories
भस्त्रिका एक प्राणायाम है जिसका अभ्यास आपके श्वसन तंत्र को बढ़ाने के लिए किया जाता है। यह एक संतुलन तकनीक है जो आपके वात, पित्त और कफ दोष को संतुलित करेगी। भस्त्रिका सांस लेने की एक तकनीक है। इसमें साँस छोड़ने और साँस लेने की प्रक्रिया शामिल है। भस्त्रिका को अक्सर आग की सांस कहा जाता है क्योंकि यह हमारे शरीर में गर्मी को संतुलित करती है। भस्त्रिका का अभ्यास करने से आपको अपनी शारीरिक या मानसिक थकान दूर करने में मदद मिलेगी। इस मुद्रा में शक्तिशाली साँस लेना और छोड़ना आवश्यक है जो एक श्रव्य ध्वनि बनाता है। साँस लेने और छोड़ने की पूरी प्रक्रिया को एक सेट के रूप में गिना जाता है। भस्त्रिका चयापचय को बढ़ाती है और पाचन में सुधार करती है जिसके परिणामस्वरूप वजन कम हो सकता है। भस्त्रिका केवल प्राणायाम नहीं है बल्कि यह एक स्वस्थ जीवन शैली का एक तरीका है। इस आसन के अभ्यास से हम अपने शरीर को डिटॉक्सीफाई कर सकते हैं। इस मुद्रा के और भी कई छिपे हुए फायदे हैं। यह आपकी त्वचा को साफ करेगा और आपकी त्वचा के बनावट में सुधार करेगा। हठयोग प्रदीपिका में भस्त्रिका का उल्लेख है। यह प्रदीपिका में वर्णित आठ प्राणायामों में से एक है। यह सबसे महत्वपूर्ण योग मुद्राओं में से एक है। यह मुद्रा व्यक्ति को मानसिक स्पष्टता प्राप्त करने में मदद करेगी। यदि आप मानसिक स्पष्टता चाहते हैं तो आप इस मुद्रा का अभ्यास कर सकते हैं। यह शरीर में गर्मी पैदा करता है और पाचक अग्नि को उत्तेजित करता है। अन्य प्राणायामों के विपरीत, भस्त्रिका शरीर के तापमान को कभी नहीं बढ़ाती या घटाती है, बल्कि यह आपके शरीर के तापमान को बनाए रखती है। भस्त्रिका आपके दोषों को संतुलित करने में आपकी मदद करेगी। आयुर्वेद में 3 प्रकार के दोषों को परिभाषित किया गया है। प्रत्येक दोष के अपने गुण होते हैं। अपनी जीवन शैली में सुधार लाने और एक अच्छी जीवन शैली प्राप्त करने के लिए अपने दोषों का प्रबंधन करना महत्वपूर्ण है।
30 Min activity
Experience -
0 Min activity
Learn how eating due to feelings of stress or boredom may impede your attempts t...
by Shakshi Gagneja
Posted on Feb 05, 2023
2 Min read
There are over 100 trillion microbes in our gut to regulate digestion, metabolis...
by
Posted on Feb 10, 2023
0 Min read
Nachni (ragi) rotis for weight reduction and diabetes The food we eat as ch...
by Suchi Arora
Posted on Jan 22, 2023
3 Min read